जनता में अब महामारी, फैल रही थी मंद मंद । जनता में अब महामारी, फैल रही थी मंद मंद ।
हैं राष्ट्रवाद के प्रवर्तक जो भी मन में उनके खुशियां छाई एक देश में एक विधान के मजबू हैं राष्ट्रवाद के प्रवर्तक जो भी मन में उनके खुशियां छाई एक देश में एक विध...
केसरिया, हरा, सफ़ेद तीनो रंगों को एक साथ कर दूं सारे हिंदुस्तानियों के चेहरे पे उसको म केसरिया, हरा, सफ़ेद तीनो रंगों को एक साथ कर दूं सारे हिंदुस्तानियों के चेहरे ...
मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे। मेरी सांसों पे तेरा नाम लिखा अब तुझको भुलाऊँ मैं कैसे।
कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा.... कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा....
दुनिया एक मंच जिसमें जीवन के मंच में नए –नए संघर्षों से वह भिड़ता है I दुनिया एक मंच जिसमें जीवन के मंच में नए –नए संघर्षों से वह भिड़ता है I